Author: Pehachaan
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रावणहत्था: राजस्थान के लोकगीतों की जान
(पवन चौहान): उसकी धुन सबको मंत्रमुग्ध कर देती है. उससे झरने वाली स्वर लहरियां एक अजीब-सा सम्मोहन उत्पन्न करती हैं.
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राजा परीक्षत की बावड़ी दतिया
(कुमार रूपेश): दतिया के बुंदेला राजाओं ने जल स्रोतों की व्यवस्था करने के उद्देश्य से अनेक कुंवे
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वरिष्ठ जनों का राशिफल
(अलकनंदा साने): हम वरिष्ठ जनों को बहुत सारी जगह उपेक्षा का सामना करना पड़ता है. हमारे दृष्टिकोण से कहीं कोई सुविधा नहीं होती.
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लोक वाद्यों का संरक्षण कर रही है संगीत गुरुकुल दतिया
(विनोद मिश्र सुरमणि): सांस्कृतिक एवं लोक परंपराओं के लिए बुंदेलखंड अपनी पहचान रखता है यहां की माटी की सुगंध वातावरण में समाई हुई है.
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होली क्यों मनाते हैं ?
(ध्रुव गुप्त): होली के उत्सव की शुरुआत के संबंध में पुराणों ने कई कथाएं गढ़ी हैं. उनमें सबसे प्रचलित कथा हिरण्यकश्यप, प्रहलाद और होलिका की है.
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इस बार ‘वान’ में क्या देंगे?
(शरद कोकास): मकर संक्रांति के आगमन से एक सप्ताह पूर्व यह प्रश्न हमारे घर की संसद में उठाया जाने लगता- इस बार ‘वान’ में क्या देंगे या…
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कंप्यूटर द्वारा संस्कृत शिक्षण कार्यशाला संपन्न
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा आयोजित पंच दिवसीय कार्यशाला “कंप्यूटर(संगणक) द्वारा संस्कृत शिक्षण” का आयोजन (दिनांक16/02/2023 से 20/02/2023 तक) हुआ.
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विश्व हिंदी सम्मेलन, फीजी
(जसबीर सिंह): एक छोटा- सा, हरा- भरा, सुंदर, प्रशांत महासागरीय द्वीप-देश है फीजी जहां इस वर्ष (2023)
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भारत- न्यूज़ीलैंड रिश्तों में प्रगाढ़ता की प्रबल संभावनाएं हैं
(शिरीष शर्मा): गुरुवार, 26 जनवरी, 2023 को पिपिटिया