1. मेरे गीतों की तुम मैना

जिसके गले में सुर का गहना सोना ओढ़ा चांदी पहना. तितली-तितली जिसके नैना मेरे गीतों की तुम मैना. सुर-संगीत में हो पगलाई किसी पहाड़ की बदली चुराई, और अब रावी में है बहना. मेरे गीतों की तुम मैना.  नदियां चलती-चलती जाएं तेरे दाएं तेरे बाएं, बजते जाएं बंसी छैना. मेरे गीतों की तुम मैना.  सातों सुर में गाती जाए एक ही धुन में धूनी रमाए, मेरी ग़ज़ल का मतला है ना मेरे गीतों की तुम मैना. मेरे सीने  से निकले हाय दिल की धड़कन कटती जाए, चुप का नेज़ा कितना पैना. मेरे गीतों की तुम मैना. ताज़ा  फूल गुलाब दहन है मेरा उदास-उदास सुख़न है दिन है तुम्हारा मेरी रैना मेरे गीतों की तुम मैना.  एक मुआफ़ी नज़्म के बदले फूल तलाफ़ी ज़ख्म के बदले मैंने कहा अब तुम भी कहना. मेरे गीतों की तुम मैना. 2. नामकरण हां मै इक लफ़्ज़ सोचूंगा   तुम्हारा नाम रखने को हो कोई हामिला सा लफ़्ज़ जो बस ख़ुशबू उगाता हो जो खिल-खिल मुस्कुराता हो कि […]

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