जितनी जल्दी लौट जाऊं अच्छा होगा
मानस रंजन महापात्र (1960) ओड़िया भाषा के एक प्रख्यात कवि, अनुवादक व संपादक हैं. पांच कविता संकलन, दो कहानी संकलन एक उपन्यास तथा पचास से अधिक अनुवाद पुस्तकों के लेखक महापात्र लंबे समय तक राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एन.बी.टी.) नई दिल्ली के राष्ट्रीय बाल साहित्य केन्द्र के प्रमुख रहे. सेवा निवृत्त होकर इस समय वे पुरी […]
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